दिल्ली महिला पैनल की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को मणिपुर में भीड़ द्वारा कुकी महिलाओं को नग्न घुमाने और यौन उत्पीड़न की घटना पर कथित निष्क्रियता को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की आलोचना की।
मालीवाल ने एएनआई को बताया, “मणिपुर में दो लड़कियों के साथ जो कुछ भी हुआ वह शर्मनाक है…मणिपुर के सीएम ने कहा है कि यह कोई अकेला मामला नहीं है और यह काफी समय से हो रहा है…एनसीडब्ल्यू को ऐसी गंभीर शिकायतें मिली थीं और उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।”
डीसीडब्ल्यू प्रमुख ने आगे कहा कि वह परसों मणिपुर का दौरा करेंगी और घटना के संबंध में उठाए गए कदमों की समीक्षा करेंगी। मालीवाल ने कहा, “मैं परसों मणिपुर जाऊंगी और वहां महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न की स्थिति की समीक्षा करूंगी और पता लगाऊंगी कि दो लड़कियों को नग्न घुमाने, बेरहमी से हमला करने और बलात्कार करने की घटना के संबंध में क्या कदम उठाए गए हैं और मुआवजा दिया गया है…”
मालीवाल का बयान उन खबरों के बाद आया है कि एनसीडब्ल्यू को मणिपुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना का वीडियो ऑनलाइन सामने आने से पहले ही पता था। एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष को संबोधित एक ई-मेल में मणिपुर में कुकी जनजाति की महिलाओं के खिलाफ हिंसा की छह घटनाओं का उल्लेख किया गया है। इनमें से दूसरी थी मणिपुर के बी फ़ाइनोम गांव की महिलाओं से सामूहिक बलात्कार और उन्हें नग्न घुमाने से जुड़ी घटना.
एनसीडब्ल्यू प्रमुख रेखा शर्मा ने पीटीआई को बताया कि वह महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को लेकर मणिपुर के अधिकारियों से तीन बार संपर्क कर चुकी हैं लेकिन उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
शर्मा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”हमें प्रामाणिकता की जांच करनी थी और शिकायतें मणिपुर से नहीं थीं, कुछ भारत से भी नहीं थीं। हमने अधिकारियों से संपर्क किया लेकिन उनसे कोई जवाब नहीं मिला लेकिन कल जब वीडियो (महिलाओं को नग्न घुमाने का) वायरल हुआ तो हमने स्वत: संज्ञान लिया।”
4 मई को मणिपुर में मैतेई समुदाय के हथियारबंद लोगों ने कुकी समुदाय की महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया। इस घटना की एफआईआर 18 मई को दर्ज की गई थी।
(एजेंसियों के इनपुट के साथ)