23 अगस्त, 2024 12:00 पूर्वाह्न IST
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23 अगस्त, 2024 12:00 पूर्वाह्न IST
दिल्ली सरकार द्वारा स्वतंत्रता दिवस के विज्ञापन से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीर हटाने को लेकर गुरुवार को भाजपा और आप के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि लोग केजरीवाल सरकार के मंत्रियों के दोहरे चेहरे देखकर 'हैरान' हैं क्योंकि वे स्वतंत्रता दिवस के विज्ञापन में मुख्यमंत्री की तस्वीर चाहते हैं लेकिन खुद सांस्कृतिक विभाग के विज्ञापन से इसे हटा देते हैं।
आप ने भाजपा पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वह “तुच्छ मानसिकता” से प्रेरित है और दिल्ली के लोगों के साथ केजरीवाल के मजबूत संबंध से असुरक्षित है।
आप ने एक बयान में कहा, “स्वतंत्रता दिवस के पोस्टरों से उनकी तस्वीर हटाने के अपमानजनक कृत्य से उनकी असुरक्षा स्पष्ट है।”
सूचना एवं प्रचार मंत्री आतिशी ने मंगलवार को विभाग के शीर्ष अधिकारियों को उनकी मंजूरी के बिना दिल्ली के मुख्यमंत्री की तस्वीर के बिना विज्ञापन जारी करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया।
सूचना एवं प्रचार निदेशालय (डीआईपी) के अधिकारियों ने विज्ञापन में केजरीवाल की तस्वीर पर इस आधार पर आपत्ति जताई थी कि वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
सचदेवा ने कहा, “मंत्री आतिशी ने स्वतंत्रता दिवस के विज्ञापन को लेकर विवाद खड़ा कर दिया है। वह जेल में बंद मुख्यमंत्री केजरीवाल की तस्वीर के साथ विज्ञापन जारी करना चाहती थीं, लेकिन अधिकारियों ने इसे जारी करने से इनकार कर दिया, क्योंकि यह स्वतंत्रता दिवस समारोह के प्रोटोकॉल और गरिमा के खिलाफ होता।”
उन्होंने दावा किया कि जब आतिशी ने यह 'विवाद' खड़ा किया, तब उनके कैबिनेट सहयोगी सौरभ भारद्वाज ने स्वयं मुख्यमंत्री की तस्वीर के बिना संस्कृति विभाग के एक समारोह के सैकड़ों विज्ञापन होर्डिंग्स लगाए।
आप ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार के मुखिया हैं और उनकी तस्वीर “लोकतंत्र और स्वतंत्रता के मूल्यों का प्रतीक है”।
आप ने कहा कि देश में भाजपा के दिन अब गिने-चुने रह गए हैं और लोगों ने उनकी “नकारात्मक और प्रतिगामी” राजनीति को खारिज कर दिया है।