केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह ने शनिवार को कहा कि देश में हाल में हुई रेल दुर्घटनाओं की जांच में कुछ खतरनाक बातें और साजिशें उजागर हुई हैं।
देश में हाल में हुई रेल दुर्घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यहां पीटीआई वीडियोज से कहा, ‘‘(रेलवे) दुर्घटनाओं के कारणों की जांच में कुछ खतरनाक चीजें सामने आ रही हैं…कल (अलीगढ़ में रेलवे ट्रैक पर) एक एलॉय व्हील पाया गया। इसका मतलब है कि बड़ी साजिशें भी सामने आ रही हैं।’’
उन्होंने कहा, “चूंकि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं, इसलिए विदेशों में कुछ लोग देश की जीवन रेखा रेलवे को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं।”
मंत्री ने आगे कहा कि हाल की रेल दुर्घटनाएं…यह दर्शाती हैं कि ये “जानबूझकर” की गई थीं।
दक्षिण मध्य रेलवे की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि रवनीत सिंह ने यहां सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का दौरा किया और स्टेशन की प्रमुख उन्नयन योजनाओं की समीक्षा की।
रवनीत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सिकंदराबाद स्टेशन के बड़े उन्नयन के लिए आधारशिला रखी थी और अब बड़े उन्नयन कार्यों का 27 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
स्टेशन का उन्नयन लगभग 1.5 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। ₹उन्होंने कहा कि इसकी लागत 700 करोड़ रुपये है और परियोजना 2026 तक पूरी होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि पुनर्विकसित स्टेशन में आधुनिक वास्तुकला और विश्व स्तरीय यात्री सुविधाएं होंगी।
यह परियोजना बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण, सुरक्षा सुनिश्चित करने, परंपरा को आधुनिकता के साथ मिलाकर स्टेशनों के ऐतिहासिक महत्व को संरक्षित करके यात्री अनुभव को बेहतर बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
मंत्री ने कहा कि सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का पूर्ण रूप से कायाकल्प किया जाएगा और इसे नए भारत की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए हवाई अड्डों के समकक्ष बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह एक हरित ऊर्जा स्टेशन होगा जिसमें ऊर्जा के दोहन के लिए सौर पैनल तथा जल प्रदूषण को कम करने के लिए सीवरेज उपचार संयंत्र होंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 119 रेलवे स्टेशनों का विकास किया जा रहा है, जिस पर 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा रहे हैं। ₹विज्ञप्ति में कहा गया है कि एससीआर पर 5,000 करोड़ रुपये का व्यय होगा।