दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जल्द ही सिंगापुर की यात्रा पर जा सकते हैं।

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए जल्द ही सिंगापुर का दौरा कर सकते हैं। एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री की आधिकारिक यात्रा की तारीखें अभी तक ज्ञात नहीं हैं, लेकिन यह जल्द ही होगी।

भारत और सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्रियों द्वारा अपने रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए आयोजित उच्च स्तरीय बैठक के बाद सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने प्रधानमंत्री मोदी की सिंगापुर यात्रा का उल्लेख किया।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और रेल एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित चार सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर में दूसरे भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन (आईएसएमआर) में भाग लिया।

बैठक को “उत्पादक” बताते हुए श्री बालकृष्णन ने कहा, “हम बहुत जल्द ही प्रधानमंत्री मोदी की सिंगापुर की आधिकारिक यात्रा की घोषणा करेंगे। मैं आपको निश्चित तारीख नहीं बता सकता, लेकिन यह शीघ्र ही होगी।”

बहु-मंत्रालयी बैठक के दौरान दोनों देशों ने डिजिटल क्षेत्र, कौशल विकास, स्थिरता, स्वास्थ्य सेवा, कनेक्टिविटी और विनिर्माण में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की।

श्री बालकृष्णन ने आगे कहा कि उन्नत विनिर्माण और सेमीकंडक्टर के साथ-साथ विमानन और समुद्री संपर्क ऐसे नए क्षेत्र हैं जिन्हें सिंगापुर और भारत ने अपनी द्विपक्षीय वार्ता में शामिल किया है।

उन्होंने कहा, “1.4 अरब से अधिक की आबादी वाला देश अब अपने विमानन क्षेत्र के बड़े उन्नयन की ओर अग्रसर है। यह दो, तीन दशक में एक बार मिलने वाला अवसर है, और यह अच्छी बात है कि हम एक तरह से अग्रिम पंक्ति में हैं और हमारे पास (सहयोग करने का) मौका है।”

बैठक में सिंगापुर का प्रतिनिधित्व उप प्रधान मंत्री और व्यापार एवं उद्योग मंत्री गान किम योंग, गृह मामलों और कानून मंत्री के. शानमुगम, डिजिटल विकास और सूचना मंत्री जोसेफिन टीओ, जनशक्ति मंत्री तान सी लेंग और परिवहन मंत्री ची होंग टाट ने किया।

सिंगापुर के विदेश मंत्रालय और व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय ने एक संयुक्त विज्ञप्ति में कहा, “बैठक के दौरान मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच घनिष्ठ और दीर्घकालिक संबंधों की पुष्टि की, जो मजबूत आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों पर आधारित है।”

फरवरी 2023 में सिंगापुर के पेनाउ और भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के बीच संपर्क के अलावा, जो दोनों पक्षों की वित्तीय संस्थाओं को वास्तविक समय में धन हस्तांतरित करने की सुविधा देता है, दोनों देशों ने नवीकरणीय ऊर्जा, जैसे ग्रीन अमोनिया में निवेश की सुविधा भी प्रदान की है।

सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे विश्वास है कि आज की हमारी चर्चाएं और भविष्य में होने वाली चर्चाएं सिंगापुर और भारत के बीच अधिक सहयोग को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त करेंगी।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा के संबंध में विदेश मंत्रालय की आधिकारिक घोषणा का इंतजार है।

(पीटीआई से इनपुट्स)



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