नई दिल्ली: तीसरे और अंतिम चरण के दौरान घटनाक्रम में दिलचस्प मोड़ आया। इंग्लैंड बनाम श्रीलंका केनिंग्टन ओवल में खेले जा रहे टेस्ट मैच के दूसरे दिन खराब रोशनी के कारण मेजबान टीम के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स को ऑफ स्पिन गेंदबाजी करनी पड़ी।
शनिवार को लंदन में आसमान में धुंध छाने और रोशनी कम होने के कारण वोक्स को श्रीलंकाई बल्लेबाजों के खिलाफ ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते देखा गया।
यह घटना श्रीलंका की पहली पारी के सातवें ओवर में घटी, जब मैदानी अंपायरों ने कप्तान ओली पोप को बताया कि तेज गेंदबाजों के लिए रोशनी पर्याप्त नहीं है।
वोक्स, जिन्होंने अपने चौथे ओवर की दूसरी गेंद पर पथुम निसांका को आउट किया था, को चार गेंदें और खेलनी थीं, तभी अंपायरों ने तेज गेंदबाजी की अनुमति नहीं दी।
इससे वोक्स को अपनी शेष बची हुई चार गेंदें ऑफ स्पिन गेंदबाजी करके पूरी करनी पड़ी, जबकि इंग्लैंड के गेंदबाजी कोच जीतन पटेल और मैदान पर मौजूद खिलाड़ी उत्सुकता से यह घटनाक्रम देख रहे थे।
शनिवार को लंदन में आसमान में धुंध छाने और रोशनी कम होने के कारण वोक्स को श्रीलंकाई बल्लेबाजों के खिलाफ ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते देखा गया।
यह घटना श्रीलंका की पहली पारी के सातवें ओवर में घटी, जब मैदानी अंपायरों ने कप्तान ओली पोप को बताया कि तेज गेंदबाजों के लिए रोशनी पर्याप्त नहीं है।
वोक्स, जिन्होंने अपने चौथे ओवर की दूसरी गेंद पर पथुम निसांका को आउट किया था, को चार गेंदें और खेलनी थीं, तभी अंपायरों ने तेज गेंदबाजी की अनुमति नहीं दी।
इससे वोक्स को अपनी शेष बची हुई चार गेंदें ऑफ स्पिन गेंदबाजी करके पूरी करनी पड़ी, जबकि इंग्लैंड के गेंदबाजी कोच जीतन पटेल और मैदान पर मौजूद खिलाड़ी उत्सुकता से यह घटनाक्रम देख रहे थे।
वोक्स ने दो स्लिप, एक लेग स्लिप और एक शॉर्ट लेग के साथ तीन ऑफ-स्पिनिंग गेंदें फेंकी, जिनमें से एक को फेंस तक भेजा गया। इसके बाद उन्होंने आर्म बॉल से ओवर पूरा किया।
इससे पहले, टेस्ट के पहले दिन भी खराब रोशनी के कारण स्टंप जल्दी उखाड़ने पड़े।
पोप के 154 रनों की बदौलत इंग्लैंड ने 70वें ओवर में ऑल आउट होने से पहले 325 रन बनाए।
श्रृंखला में पहले ही 2-0 की बढ़त ले चुकी इंग्लैंड की नजरें श्रीलंका के खिलाफ वाइटवाश पर टिकी हैं।